दोहाश्री सतगुरु की कृपा से, करु अमल गुण-गान।संतन हित अवतरित भे, कीनाराम भगवान।।मैं पापी मतिमन्द हूँ, केवल आस तुम्हार।भक्ति मुक्ति […]
दोहा – सब सिद्धों को नमन कर, सरस्वती को ध्याय।चालीसा नवकार का ,लिखूं त्रियोग लगाय। चौपाई – महामंत्र नवकार हमारा।जन […]
आई मोगल चालीसा जगदंबा जगदीशरी, मोगल मोरी मात।भव भय हरणी अंबिका, समपी तौने जात॥ देवी चारण जात री, जग पुजाती […]
॥ दोहा ॥ नमो नमो विन्ध्येश्वरी,नमो नमो जगदम्ब ।सन्तजनों के काज में,करती नहीं विलम्ब ॥जय जय जय विन्ध्याचल रानी।आदिशक्ति जगविदित […]
॥ दोहा ॥ बन्दौं सन्तोषी चरण रिद्धि-सिद्धि दातार ।ध्यान धरत ही होत नर दुःख सागर से पार ॥भक्तन को सन्तोष […]
॥ दोहा ॥श्री राधे वुषभानुजा, भक्तनि प्राणाधार ।वृन्दाविपिन विहारिणी,प्रानावौ बारम्बार ॥जैसो तैसो रावरौ, कृष्ण प्रिय सुखधाम ।चरण शरण निज दीजिये, […]
॥ दोहा ॥ श्री गणपति गुरुपद कमल,प्रेम सहित सिरनाय ।नवग्रह चालीसा कहत,शारद होत सहाय ॥जय जय रवि शशि सोम,बुध जय […]
॥ दोहा॥ देवि पूजित, नर्मदा, महिमा बड़ी अपार। चालीसा वर्णन करत, कवि अरु भक्त उदार॥ इनकी सेवा से सदा, मिटते […]
॥ दोहा ॥ जैसे अटल हिमालय, और जैसे अडिग सुमेर । ऐसे ही स्वर्ग द्वार पे, अविचल खडे कुबेर ॥ […]
॥ दोहा॥ जय जय माता शीतला, तुमहिं धरै जो ध्यान ।होय विमल शीतल हृदय, विकसै बुद्धी बल ज्ञान ॥घट-घट वासी […]