श्री सुमतिनाथ का करूणा निर्झर, भव्य जनो तक पहूँचे झर – झर ।।नयनो में प्रभु की छवी भऱ कर, नित […]
ऋषभ – अजित – सम्भव अभिनन्दन, दया करे सब पर दुखभंजनजनम – मरन के टुटे बन्धन, मन मन्दिर तिष्ठें अभिनन्दन […]
श्री जिनदेव को करके वंदन, जिनवानी को मन में ध्याय ।काम असम्भव कर दे सम्भव, समदर्शी सम्भव जिनराय ।।जगतपूज्य श्री […]
श्री आदिनाथ को शिश नवा कर, माता सरस्वती को ध्याय । शुरू करूँ श्री अजितनाथ का, चालीसास्व – सुखदाय ।। […]
उत्तम क्षमा अदि दस धर्म,प्रगटे मूर्तिमान श्रीधर्म ।जग से हरण करे सन अधर्म, शाश्वत सुख दे प्रभु धर्म ।। नगर […]
पावागढ़ वाली मैया प्यारी, दया करो महाकाली रे,दया करो महाकाली रे।।ॐ नमो महाकाली रूपम, शक्ति तू ज्योत स्वरूपम रे,पावागढ़ वाली […]
અન્નદાન એ શ્રેષ્ઠ દાન, જપે ના જલિયા જૂઠ રામનામને લૂંટત રહે, જો લૂટી શકે તો લૂંટ [ચોપાઈ] ભારત ભૂમિ સંતજનોની, […]
॥ दोहा ॥ विश्वनाथ को सुमिर मन, धर गणेश का ध्यान ।भैरव चालीसा रचूं, कृपा करहु भगवान ॥बटुकनाथ भैरव भजू, […]
॥ दोहा ॥ मूर्ति स्वयंभू शारदा, मैहर आन विराज ।माला, पुस्तक, धारिणी, वीणा कर में साज ॥ ॥ चौपाई ॥ […]
॥ दोहा ॥ वन्दो वीरभद्र शरणों शीश नवाओ भ्रात ।ऊठकर ब्रह्ममुहुर्त शुभ कर लो प्रभात ॥ज्ञानहीन तनु जान के भजहौंह […]