नमो नमो दुर्गे सुख करनी ।नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी ॥ निरंकार है ज्योति तुम्हारी ।तिहूँ लोक फैली उजियारी ॥ […]
॥ दोहा॥श्रीगुरु चरन सरोज रजनिज मनु मुकुरु सुधारि ।बरनउँ रघुबर बिमल जसुजो दायकु फल चारि ॥बुद्धिहीन तनु जानिकेसुमिरौं पवन-कुमार ।बल […]
नमो नमो दुर्गे सुख करनी ।नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी ॥ निरंकार है ज्योति तुम्हारी ।तिहूँ लोक फैली उजियारी ॥ […]
॥ दोहा॥श्रीगुरु चरन सरोज रजनिज मनु मुकुरु सुधारि ।बरनउँ रघुबर बिमल जसुजो दायकु फल चारि ॥बुद्धिहीन तनु जानिकेसुमिरौं पवन-कुमार ।बल […]