सूंदर भवन बणा कै मात मेरी बैठी आसान ला कै…. मात मेरी की शेर सवारी,वा दुर्गा रूप बणा के मात […]
हे मात गंगे तेरी महिमा बड़ी न्यारी है,शंकर की प्यारी है गोरा की दुलारी हैभजे मन हर हर मेरा,भजो हर […]
भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे,हो रही जय जय कार मंदिर विच आरती जय माँ ।हे दरबारा वाली आरती […]
ऊँचा है भवन ऊँचा मंदिर ऊँची है शान मैया तेरी चरणों में झुके बादल भी तेरे पर्वत पे लगे शैया […]