उंचा पर्वत थी आवो ने भैरूजी,दुखड़ा म्हारा थे दादा निवारजो,रूमझूम रूमझूम करता थे आवो,नावड़ी म्हारी थे पार उतारजो,उंचा पर्वत थी […]
राम चंद्र को दूत कहायो,जग में नाम कमायो रे ।अंजनी का रे लाल,पवना का रे लाल आछी रे सरजीवण बूटी […]
उंचा पर्वत थी आवो ने भैरूजी,दुखड़ा म्हारा थे दादा निवारजो,रूमझूम रूमझूम करता थे आवो,नावड़ी म्हारी थे पार उतारजो,उंचा पर्वत थी […]
राम चंद्र को दूत कहायो,जग में नाम कमायो रे ।अंजनी का रे लाल,पवना का रे लाल आछी रे सरजीवण बूटी […]