Kamakhya Devi Ki Aarti – कामाख्या देवी की आरती


देवी कामाख्या का शक्तिपीठ मां के 51 शक्तिपीठों में से एक है कामाख्या मंदिर देश का एक बहुत ही प्रसिद्ध और चमत्कारी मंदिर है। नवरात्रि में मां की पूजा,आरती करने से भक्तों पर अपार कृपा होती है।


गावत वेद पुरान कहानी ।
योनिरुप तुम हो महारानी ॥
सुर ब्रह्मादिक आदि बखानी ।
लहे दरस सब सुख लेवी की ॥
आरती कामाख्या देवी की…

दक्ष सुता जगदम्ब भवानी ।
सदा शंभु अर्धंग विराजिनी ॥
सकल जगत् को तारन करनी ।
जै हो मातु सिद्धि देवी की ॥
आरती कामाख्या देवी की…

तीन नयन कर डमरु विराजे ।
टीको गोरोचन को साजे ॥
तीनों लोक रुप से लाजे ।
जै हो मातु ! लोक सेवी की ॥
आरती कामाख्या देवी की…

रक्त पुष्प कंठन वनमाला ।
केहरि वाहन खंग विशाला ॥
मातु करे भक्तन प्रतिपाला ।
सकल असुर जीवन लेवी की ॥
आरती कामाख्या देवी की…

कहैं गोपाल मातु बलिहारी ।
जाने नहिं महिमा त्रिपुरारी ॥
सब सत होय जो कह्यो विचारी ।
जै जै सबहिं करत देवी की ॥
आरती कामाख्या देवी की…

Previous Thali Bharkar Layi Re Khichado – थाली भरकर ल्याइै रै खीचड़ौ

TheBhajan.com. All Rights Reserved